Home कृषि | किसान फसल अवशेष्‍ जलाकर अपना ही नुकसान कर रहे किसान

फसल अवशेष्‍ जलाकर अपना ही नुकसान कर रहे किसान

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फसल अवशेष्‍ जलाकर अपना ही नुकसान कर रहे किसान
yamunanagar hulchul rad

यमुनानगर (रादौर)। कृषि विभाग की ओर से वीरवार को गांव बहादुरपुर में फसल अवशेष जलाने की रोकथाम के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ एसडीएम रादोैर डॉ पूजा भारती ने किया। एसडीएम रादौर डॉ पूजा भारती ने कहा कि किसान खेतों में पुराली न जलाए। फसल अवशेष जलाने से किसान मित्रकीट मर जाते है। मिटटी की उर्वरा शक्ति क्षीण हो जाती है। पौषक तत्त्व नष्ट हो जाते है। पशु चारा नष्ट हो जाता है। जीवों में अस्थमा, दमा, सांस की खतरनाक बिमारियां पैदा हो जाती है। वातावरण दूषित हो जाता है। आक्सीजन की कमी हो जाती है। उन्होंने आहवान किया कि किसान फसल अवशेष न जलाकर कृषि यंत्रों द्वारा वैज्ञानिक तरीके से इनक ा प्रबंधन करें। डॉ सुरेन्द्रङ्क्षसह यादव उप कृषि निदेशक ने बताया कि 25 जुलाई को सरस्वती नगर, 27 जुलाई को रादौर, 2 अगस्त को सढौरा, 8 अगस्त को छछरौली में खण्ड स्तरीय जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जा रहा है। किसान फसल अवशेषों का स्ट्रा रीपर से भूसा बनवाये, हैप्पी सीडर, जीरो ड्रील मशीन से सीधी बिजाई कर सकते है। कम्बाईन हारवेस्टर एसएमएस सहित या रीपर बाईनडर से फसल काटने से नाम मात्र के ही फसल अवशेष बचते है। सभी फसल अवशेष प्रबंधन कृषि यंत्रों पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है। इस अवसर पर उपमंडल कृषि अधिकारी जगाधरी  सचिन कु मार खण्ड तकनीकि प्रबंधक, मोहित राणा उन्हेडी, विरेन्द्र कुमार, राजेन्द्र कुमार, सरपंच विजय कुमार आदि उपस्थित थे।