Home जिले के समाचार डबवाली अनाजमंडी में ई-ट्रेडिंग व डायरैक्ट पेमेंट व्यवस्था के विरोध में अनाजमंडियों से जुडे आढती हडताल

डबवाली अनाजमंडी में ई-ट्रेडिंग व डायरैक्ट पेमेंट व्यवस्था के विरोध में अनाजमंडियों से जुडे आढती हडताल

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डबवाली अनाजमंडी में ई-ट्रेडिंग व डायरैक्ट पेमेंट व्यवस्था के विरोध में अनाजमंडियों से जुडे आढती हडताल
अनाजमंडी रादौर के आढती मार्कीट कमेटी सचिव को ज्ञापन सौंपते हुए। 

यमुनानगर (रादौर)। भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश की डबवाली अनाजमंडी में ई-ट्रेडिंग व डायरैक्ट पेमेंट व्यवस्था किए जाने के विरोध में आज प्रदेश की अनाजमंडियों से जुडे हजारों आढती हडताल पर रहे। मामले को लेकर रादौर, जठलाना व गुमथला अनाजमंडियों के आढतियों ने भी एक दिवसीय हडताल कर सरकार के फैसले का जोरदार विरोध किया। अनाजमंडी रादौर एसो० के प्रधान प्रवीण क ांबोज जयपुर के नेतृत्व में आढतियों ने सरकार के फैसले का जोरदार विरोध करते हुए सरकार विरोधी नारेबाजी की। आढतियों ने मार्कीट कमेटी रादौर के सचिव श्यामसिंह भूतमाजरा को ज्ञापन सौंपकर सरकार द्वारा लिए गए फैसले को तुंरत वापिस लिए जाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि डबवाली अनाजमंडी व कुछ अन्य अनाजमंडियों में मार्कीट कमेटी के अधिकारियों द्वारा पिछले कुछ दिनों से ई ट्रेडिंग व डायरेैक्ट पेमेंट व्यवस्था लागू करने के लिए आढतियों पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि 22 सितंबर 2016 व 20 सितंबर 2017 को ई ट्रेडिंग व डायरैक्ट पेमेंट विषय पर आढतियों के एसो० की सरकार से बात हुई थी। जिसमें फैसला लिया गया था कि प्रदेश की मंडियों में धान के लिए ई ट्रेडिंग व डायरैक्ट पेमेंट प्रणाली असंभव है। जिसे सरकार ने स्वीकार किया था और आढतियों को आश्वासन दिया था कि इस प्रणाली को प्रदेश में लागू नहीं किया जाएगा। केवल इच्छुक किसान को ही ई ट्रेडिंग व डायरेक्ट पेमेंट की जाएगी। परंतु सरकार के आश्वासन के बावजूद मार्कीटिंग बोर्ड इसे दोबारा से लागू करने के आदेश जारी कर चुका है।

अनाजमंडी रादौर के आढती सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए। 
अनाजमंडी रादौर के आढती सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए।

जिससे प्रदेश के आढतियों में भारी रोष है। मंडी डबवाली के आढती पिछले एक सप्ताह से इसका विरोध कर रहे है। परंतु अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। यदि सरकार ने यह आदेश वापिस नहीं लिया तो प्रदेश के सभी आढती सरकार के विरूद्ध आंदोलन छेडने के लिए मजबुर हो जाएंगे। प्रदेश के किसान ने कभी सीधे भुगतान व ई ट्रेडिंग की मांग नहीं की और न ही कभी इस बारे कोई आंदोलन किया। उनकी मांग है कि सरकार अपने फैसले को तुंरत वापिस लें और आढतियों को राहत पहुचाएं। इस अवसर पर प्रधान प्रवीण कांबोज जयपुर, राजेश कांबोज रादौरी, सुभाष जयपुर, कंवर सैनी,बंसीलाल, संजय गुप्ता, सलिन्द्रपाल, प्रवीण अग्रवाल, शिवकुमार संधाला, तिलकराज, रामकुमार, गुरनामसिंह, रवि कुमार आदि उपस्थित थे।