Home स्कूल | कॉलेज यमुनानगर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती धुमधाम से मनाई

यमुनानगर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती धुमधाम से मनाई

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यमुनानगर। रादौर क्षेत्र के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती धुमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर अष्टविनायक कांवेट स्कूल खरकाली,इंडियन पब्लिक स्कूल रादौर, डीएवी पब्लिक स्कूल रादौर, श्रीकृ ष्णा पब्लिक स्कूल खजूरी, दून पब्लिक स्कूल बुबका, लाईक पब्लिक स्कूल रादौर, महाराणा प्रताप सीनियर सैंकडरी स्कूल नाचरौन, गीता सीनियर सैंकडरी स्कूल चमरोडी, गीता मिडल स्कूल एमटी करहेडा, भारत सीनियर सैंकडरी स्कूल कण्डरौली,राजकीय उच्च विद्यालय नाचरौन, महाराजा अग्रसेन सीनियर सैंकडरी स्कूल गुमथला, मोनिका मॉडल स्कूल रादौर, महाराजा अग्रसेन सीनियर सैंकडरी स्कूल जठलाना, मुकंदलाल स्कूल रादौर, मुकंदलाल नैशनल कॉलेज रादौर में सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर फुलमालाएं अर्पित कर उन्हें श्रंद्धाजलि भेंट की गई। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर अष्टविनायक कांवेट स्कूल खरकाली के चेयरमैन डॉ० अमन पंजेटा ने कहा कि हमें सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर समाजिक बुराईयों को दूर कर देश हित में कार्य करना चाहिए। तभी हम एक स्वच्छ भारत की रचना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लौह पुरूष स० वल्लभभाई पटेल आधुनिक भारत के निर्माता थे। जिन्होंने देश में मौजूद अनेकों रियासतों को तोडकर देश में एकता पैदा की थी। उन्होंने बिखरे हुए भारत को समेट कर हिंदुस्तान की बुनियाद रखी। लौह पुरूष ने आजादी के बाद अपने कंधों पर देश की सबसे बडी जिम्मेवारी को उठाया था और पूरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोया था। उन्होंने सभी रियासतों को तोडकर भारत में मिलाया था। जिसके बाद भारत का निर्माण हुआ। हमें उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज में फैली समाजिक बुराईयों क ाे दूर करना चाहिये। दहेज प्रथा, कन्याभु्रण हत्या, नशाखोरी जैसी बुराईयों ने समाज को खोखला कर दिया हैं। हमें इन बुराईयों का डटकर विरोध करते हुए आगे आना चाहिये। तभी हम एक बेहतर भारत का निर्माण कर सकते हैं। हमें वल्लभभाई पटेल की नीतियों व सिद्धांतों को अपनाते हुए देश की एकता व अखण्डता के लिये कार्य करना चाहिये।