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Yamunanagar : पीने के साफ पानी और उसकी निकासी का जरूर रखें ध्‍यान

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Yamunanagar : पीने के साफ पानी और उसकी निकासी का जरूर रखें ध्‍यान
Yamunanagar (Ravinder Punj) : गर्मी व बरसात के मौसम में पानी से प्राय: उल्टी, दस्त, टाईफाईड, हैजा व पीलिया जैसी बीमारियां फैलने की आंशका बनी रहती है और इन बीमारियों को शुरू से ही पनपने से रोकने के लिए सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है ताकि लोगों का स्वास्थ्य ठीक रह सके।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त गिरीश अरोरा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग उक्त बीमारियों की रोकथाम के लिए भरपूर कौशिश करता है फिर भी जनता के सहयोग के बिना यह कार्य सम्भव नहीं है। उन्होंने जिला की जनता से अपील की है कि वे इन बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताए गई बातों पर अमल अवश्य करें  तथा इन बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को अपना पूर्ण सहयोग दें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नोवल कोरोना वायरस की महामारीके चलते किसी भी प्रकार के बुखार को हल्के में न लें और तुरंत अपनी जांच करवाए व जारी हिदायतों की पालना अवश्य करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते सभी फेस मॉस्क अवश्य पहने व 6 फुट की सामाजिक दूरी हमेशा बनाए रखे और हाथो को बार-बार साबुन से धोए एवं सैनिटाईज करे।
उपायुक्त गिरीश अरोरा ने जिला के लोगों से अपील की है कि वे हमेशा स्वच्छ पानी का सेवन करें, पानी को उबाल कर या क्लोरीन मिला पानी प्रयोग करें, खाना खाने से पहले व बाद में  तथा शौच जाने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं, पीने के पानी के स्रोतों के पास शौच न करें।  सडे, गले, कटे हुए व बासी खाद्य पदार्थो को न तो खरीदें तथा न ही इन्हे खाने में प्रयोग करेंं।
सिविल सर्जन डॉ० विजय दहिया ने जिला की जनता से अपील की है कि वह  खाने व पीने की चीजों को हमेशा ढक कर रखें, घरों में पानी की टंकियों की सफाई समय-समय पर अवश्य करें, उल्टी, दस्त लगने पर ओ.आर.एस. घोल व नमक का घोल पर्याप्त मात्रा में लें तथा नजदीकी सरकारी हस्पताल में जाकर अपनी जांच एवं ईलाज करवाएं।
उन्होंने यह भी सलाह दी कि घरों के आसपास पानी इकटठा न होने दें तथा नालियों को साफ रखें तथा गड्डों को मिट्टी से भर दें। इसके साथ-साथ पानी  की टैंकियां, कूलर इत्यादि सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करके सुखा लें या कूलर के पानी में एक चम्मच पैट्रोल या डीजल तेल डालें। घर के आसपास व छत पर खाली बर्तन, टायर, गमलों आदि में बरसात का पानी खड़ा न होने दें।
छत की टैंकी अच्छी तरह बंद रखें तथा नलकों का टपकना रोकें। मच्छरों के काटने से बचाव के लिए मच्छरदानी व मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें तथा कपड़े ऐसे पहने जिससे सभी अंग ढके  रहें।