Home Jagadhri Jagadhri : गीता महोत्सव 2021 के उपलक्ष में श्रीमद्भगवत गीता पर सैमीनार का आयोजन

Jagadhri : गीता महोत्सव 2021 के उपलक्ष में श्रीमद्भगवत गीता पर सैमीनार का आयोजन

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Jagadhri : गीता महोत्सव 2021 के उपलक्ष में श्रीमद्भगवत गीता पर सैमीनार का आयोजन

Jagadhri Hulchul : जिला स्तरीय गीता महोत्सव 2021 के उपलक्ष में सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा एवं जिला प्रशासन के सौजन्य से हिन्दु गल्र्ज कॉलेज जगाधरी के ऑडिटोरियम में *श्रीमद्भगवत गीता पर सैमीनार* का आयोजन किया गया, जिसमें नगर निगम के मेयर मदन चौहान मुख्य अतिथि रहे। सैमीनार में वक्ताओं द्वारा श्रीमद्भगवत गीता की महत्वता एवं सार्थकता पर अपने विचार व्यक्त किए गए।

नगर निगम के मेयर मदन चौहान ने भगवत गीता पर आधारित सैमीनार में अपने विचार रखते हुए कहा कि गीता में धर्म का अर्थ सही आचरण, सही नियम व सही विधि पर चलने का है। उन्होंने सभी का आहवान किया कि वे गीता के प्रभाव को समझे। उन्होंने कहा कि सभी गीता के हर शलोको का मनन करे तथा जीवन में उच्च विचारों को अपनाए।
उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव को मनाने का उदेश्य भावी पीढ़ी यानि बच्चों में अच्छे संस्कारों का बीज रोपण करना है। उन्होंने कहा कि पुस्तके सभी की अच्छी मित्र होती है और गीता चारों वेदों का सार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने श्रीमद्भगवत गीता को प्रदेश शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया गया है ताकि विद्यार्थी गीता के शलोको का अध्ययन कर उन्हें अपने जीवन में उतार सकें।
जगाधरी के एसडीएम सुशील कुमार ने कहा कि आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण जी ने धर्मक्षेत्र-कुरूक्षेत्र की पावन भूमि पर ज्योतिसर में मोहग्रस्त वीर अर्जुन को गीता का संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि यह एक महान ग्रंथ है जिसमें 18 अध्याय व 700 शलोको है।  हर व्यक्ति को गीता के संदेश को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज भी न्यायालयों में गीता की कसम दिलवाई जाती है।
उन्होंने कहा कि महाभारत के समय भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का जो उपदेश दिया था वह आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना उस समय था। उन्होंने कहा कि गीता जीवन का सार है। गीता का उपदेश हमारे लिए व विद्यार्थियों के लिए सर्वोपरि होना चाहिए। श्रीमद्भगवत गीता से हमें यह संदेश मिलता है कि हम अपने दायित्व को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निभाए। उन्होंने विद्यार्थियों का आहवान किया कि वे गीता के उपदेशों को आत्मसात कर जीवन को सार्थक बनाए। उन्होंने कहा कि  गीता मे सभी समस्याओं का समाधान है। जीवन में गीता के उपदेशों को आत्मसात कर अनेक समस्याओं व मानसिक तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है।
सैमीनार में सेवानिवृत प्रिसंीपल सुरेश पाल,  डॉ संजीव गांधी, निधि, डॉ. स्वाति, डॉ उज्जवला शर्मा, अशोक बंसल व अन्य वक्ताओं ने अपने वक्तव्य में श्रीमद्भागवत गीता  को हिन्दी, संस्कृत व अंग्रजी भाषाओं का प्रयोग करते हुए सरल बनाया और कहा कि सबसे ज्यादा भाष्य इसी पुस्तक पर लिखे गए है उन्होंने गीता को संकटमोचन का दर्शनशास्त्र कहा और इसे आचार-व्यवहार में लाने की प्ररेणा दी। उन्होंने कहा कि गीता का सार प्रथम शलोको में ही है।
हमें अपना क्षेत्र पहचानना चाहिए पर हम अपना उद्ेश्य ही भूल जाते है कि हम किस लिए जी रहे है। उन्होंने कहा कि गीता की सार्थकता तभी है जब हम इसमें कही गई सभी शिक्षाओं को आत्मसात कर ले। वक्ताओं ने जोर देते हुए स्पष्टï किया कि हमें जीवन में गीता की शिक्षाओं को अपनाकर बिना फल की इच्छा किए कर्म करते रहना चाहिए और जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।
वक्ताओं का सार था  कि गीता ही एक ऐसा ग्रंथ है जिस पर निरंतर चिंतन मनन होता रहा है। ऐसी रचनाएं किसी अवसर विशेष का सृजन होती है  जो हमारा सदैव मार्गदर्शन करती है। श्रीमद्भगवद् गीता को जानने व समझने  के लिए इसके इतिहास को जानना होगा। श्रीमद्भगवद् गीता हमें सीखाती है कि हमें प्रतिक्रिया नही करनी है, बल्कि हमें गुण, कर्म, ध्यान को पहचानना है। श्रीमदभागवत गीता गंगा और गायत्री से भी बढ़कर है।
गीता का अच्छी प्रकार से श्रवण, कीर्तन, पठन-पाठन, मनन और धारण करना चाहिए। गीता तो स्वयं भगवान श्रीकृष्ण जी के मुखारविंद से निकली है इसलिए उसे सभी शास्त्रों से बढ़कर कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। श्रीमद्भागवत गीता योगीराज भगवान श्री कृष्ण का पार्थ को दिया हुआ संदेश मात्र ही नहीं बल्कि जीवन सघर्ष में प्रेरणा का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। हिन्दु गल्र्ज कॉलेज के प्रागंण में बीन पार्टी, जंगम पार्टी व नगाड़ा पार्टी व अन्य कलाकारों ने अपनी-अपनी विधाओं से सभी का मन मोहा।
इस अवसर पर मुख्यातिथि नगर निगम के मेयर मदन चौहान ने वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।  सैमीनार में जगाधरी के एसडीएम सुशील कुमार, राजकीय कॉलेज छछरौली की प्रिंसीपल डॉ. बलजीत कौर, कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ उज्जवला शर्मा, सियानंद पंडित, मनदीप सहित अन्य शिक्षाविद, विभिन्न स्कूलों के अध्यापकगण, विद्यार्थी व अन्य गणमान्य व्यक्ति, जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी देवेन्द्र शर्मा, आईसीए आलिम व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
geeta mahotsav 2021 yamunanagar
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दूसरी ओर जिला स्तरीय गीता महोत्सव आयोजन स्थल रैड क्रास ग्राउंड सैक्टर-17, हुड्डïा जगाधरी में दूसरे दिन श्रीमद्भवत गीता की आरती की गई और सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के कलाकारों व विद्यार्थियों द्वारा श्रीमद्भगवत गीता के संदेश पर आधारित भजन, श्री कृष्ण भजन व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी । सायंकालीन सत्र में जंगम पार्टी द्वारा शिव विवाह स्तुति, जैन स्कूल के विद्यार्थियों ने श्रीकृष्ण लीला नृत्य, ईशा एण्ड पार्टी व सपेरा बीन पार्टी,नगाड़ा पार्टी और अन्य कलाकारों ने अपनी-अपनी कला की प्रस्तुति दी।