Home Yamunanagar Yamunanagar : गीता हमें निष्काम भाव से कर्म करने की देती है प्रेरणा – शिक्षा मंत्री

Yamunanagar : गीता हमें निष्काम भाव से कर्म करने की देती है प्रेरणा – शिक्षा मंत्री

0
Yamunanagar : गीता हमें निष्काम भाव से कर्म करने की देती है प्रेरणा – शिक्षा मंत्री

Yamunanagar Hulchul : सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा रैड क्रास ग्राउंड सैक्टर-17, हुड्डï जगाधरी में आयोजित तीन दिवसीय गीता महोत्सव-2021 का श्रीमदभगवत गीता जी की आरती के साथ सफलता पूर्वक समापन हुआ। समापन समारोह में यमुनानगर के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने श्रीमदभगवत गीता पर आधारित आयोजित की गई कार्यक्रमों में योगदान देने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, कलाकारों व विद्यार्थियों को सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यातिथि शिक्षा मंत्री कंवर पाल द्वारा विभिन्न शिक्षण संस्थाओं व सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के कलाकारों  द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों के प्रतिभागियों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि गीता महोत्सव में कलाकारों द्वारा बहुत ही सुंदर प्रस्तुतियां दी गई है जो सार्थक है। उन्होंने कहा कि गीता में जो कहा गया है उस पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गीता के श£ाकों का अर्थ समझने में बहुत समय लगेगा और पूरे देश व पूरी दुनिया में यह प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि अध्यात्मिक क्षेत्र में हिंदुस्तान अपनी पहचान बना सकता है।

शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भी कहा है कि भारत अध्यात्म के क्षेत्र में उन्नति कर विश्व गुरू बन सकता है। उन्होंने कहा कि आज हम सब मोह में फस कर कार्य कर रहे है। धर्म की रक्षा के लिए श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का अमर उपदेश दिया जिस पर सभी को चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि धर्म, मजहब व सम्प्रदाय अलग-अलग है। धर्म को व्यक्ति नही चलाता है। धर्म नैतिकता व जिम्मेवारी से सम्बंध रखता है।

उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण ने अर्जुन को कहा था कि यदि तुम मेरे कहने से भी लड़ाई नही करोंगे तो फिर भी तुम लड़ाई अवश्य करोंगे क्योकि क्षेत्रीय का धर्म लड़ाई करना है यानि धर्म की रक्षा करना है। उन्होंने लोगों का आह्वïान किया कि यदि गीता को पढ़ेगें व जानेगें तो अवश्य ही लाभ मिलेगा और जीवन में परेशानियां समाप्त होंगी। उन्होंने स्पष्टï किया कि हमे मोह को त्यागना होगा।
उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव को सफल बनाने में जिला प्रशासन द्वारा किए गए सभी प्रबंध सराहनीय थे। उन्होंने इस समारोह के आयोजन में सहयोग देने वाली सभी धार्मिक व समाज सेवी संस्थाओं की भी सराहना की। उन्होंने कलाकारों की तीन पार्टियों को अपने कर कमलों से 500-500 रूपये के ईनाम स्वरूप प्रदान किए।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों का धन्यवाद किया तथा गीता महोत्सव-2021 को सफल बनाने में जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों व विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि गीता एक पवित्र ग्रंथ है यह किसी एक जाति या धर्म का ग्रंथ नहीं बल्कि पूरे ब्रह्माण्ड का ग्रंथ है जो मानव को निष्काम कर्म करने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि गीता जीवन का सार है और इसके बिना जीवन अधूरा होता है इसलिए हमें अपने जीवन में गीता का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।
गीता महोत्सव के अंतिम दिन आयोजित सांस्कृतिक संध्या में समारोह में सूचना, जन सम्पर्क  एवं भाषा विभाग के कलाकारों ने श्री कृष्ण-अर्जुन दिव्य उपदेश संवाद दृश्य, विराट रूप दर्शन व अन्य शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतिया दी जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कलाकारों ने पूरे वातावरण को गीतामय बना दिया। जिला स्तरीय गीता महोत्सव के कार्यक्रमों की कड़ी में गीता के श£ोकों पर आधारित ग्लोबल चैंटिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों ने ऑन लाईन व ऑफ लाईन भाग लिया।
इस अवसर पर हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रामनिवास गर्ग, उपायुक्त पार्थ गुप्ता, जगाधरी के एसडीएम सुशील कुमार, सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया, पार्षद राम आसरे, श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति के प्रधान जितेन्द्र गुप्ता, नीरू चौहान, भारत भूषण बंसल व अन्य पदाधिकारी,  हरियाणा बाल कल्याण परिषद से अधिकारी मनीषा खन्ना, अनिल छाबड़ा,संदीप बंसल, अनिल अरोड़ा, राकेश ओबराय, अंकुर महेश्वरी, जितेन्द्र गांधी, केवल कृष्ण, रमन शर्मा, प्रदीप मित्तल, राम अवतार सैनी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं महानुभाव,  एसडी स्कूल की प्रिंसीपल प्रवीण दीवान, शिक्षिका संध्या कश्यप व अन्य अध्यापकगण, जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी देवेन्द्र शर्मा, अन्य अधिकारी, पुलिस अधिकारी व अन्य सामाजिक व धार्मिक संस्थाओ के  पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।