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Yamunanagar : योग के जरिए असाध्य रोगों से मिल सकती मुक्ति: डॉ. अनूजा

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Yamunanagar : योग के जरिए असाध्य रोगों से मिल सकती मुक्ति: डॉ. अनूजा

Yamunanagar Hulchul : डीएवी गल्र्स कॉलेज के वुमेन सेल तथा योग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में योग स्वास्थ्य में हितकारी विषय पर ऑन लाइन एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें हेमवंती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय गढ़वाल उत्तराखंड की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनूजा रावत मुख्य वक्ता रही। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. आभा खेतरपाल, वुमेन सेल कनवीनर डॉ. मीनाक्षी सैनी तथा योग विभाग अध्यक्ष डॉ. विभाती शर्मा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

डॉ. रावत ने योग को जीवन का अभिन्न अंग बताया।  उन्होंने कहा कि योग के सुक्ष्म व्यायाम को जीवन में अपनाकर स्वस्थ रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि योग के जरिए असाध्य बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है। जिसमें सूर्यनमस्कार, ऊष्ट्रासन, मंडूकासन, चरणासन, कूर्मासन, शशांकासन, वर्जासन, सुप्तवर्जासन, नौकासन, उत्तानासन, पवन मुक्तासन, अश्वासन, पर्वतासन, मर्कटासन, वक्रासन, अद्र्धमत्स्येंद्रासन, ह्रदयस्त भासन, भुजगासन, धनुरासन, सलभासन, चंद्रासन, चक्रासन तथा प्राणायम में दीर्घश्वसन, अत:वृति, वाह्रयवृति, स्तंभवृति, भस्त्रिका, नाड़ीशोधन, अनुलोम-विलोम, मूर्छा, प्लावनी, चंद्रभेदी, शीतली, शीतकारी, भ्रामरी व उद्गीत इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग नित्य प्रतिदिन 30 से 60 मिनट तक योगाभ्यास व प्राणायाम करें, तो सभी प्रकार की बीमारियों से छूटकार मिल सकता है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मोटापा, शुगर, उच्च व निम्र रक्तचाप, ह्रदय रोग, अस्थमा, जोड़ों के दर्द, माइग्रेन, कमर दर्द, यूरिक एसिड व कोलेस्ट्रोल का बढऩा, खांसी, जुकाम, बुखार, तनाव, चिड़चिड़ापन, ईष्या, द्वेष, वैमनस्य इत्यादि रोगों को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के आसनों व प्राणायामों का वैज्ञानिक तरीके से अभ्यास भी करवाया।
डॉ. आभा खेतरपाल ने कहा कि कोरोना काल में योग व प्राणायाम को महत्व पहले से ज्यादा बढ़ गया है। योग व प्राणायाम के जरिए हम अपने इम्यून सिस्टम को दरूस्त रख सकते हैं। इसी लिहाज से छात्राओं के लिए ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। डॉ. मीनाक्षी सैनी ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. मीनू गुलाटी व डॉ. रंजना ने सहयोग दिया।